कई बहनें हमसे पूछती हैं कि क्या वे मासिक पीरियड्स/माहवारी के दौरान प्रार्थना कर सकती हैं या  चर्च की गतिविधियों में भाग ले सकती हैं। क्या ऐसा कोई धार्मिक प्रतिबंध है? इस संक्षिप्त वीडियो में, हम यह समझाने की कोशिश करते हैं कि क्या महिलाओं को प्रार्थना करने, बाइबल पढ़ने या चर्च जाने की अनुमति है!

कृपया इसको साझा करें क्योंकि कई क्रिस्चियन महिलाएं इस सवाल से जूझ रही हैं और पूछने से शरमा रही हैं। यह किसी की मदद कर सकता है!

        क्या विश्वासी महिलाएं माहवारी के द्वारान
1.कलीसिया जा सकती है?
2.कलीसिया में प्रभु भोज ले सकती है?
3.बाइबल अध्ययन कर सकती है?
4.प्रार्थना कर सकती है?
5.परमेश्वर जुड़े हुए अन्य कोई भी काम कर सकती है?
6. क्या महिलाएं पिरिड्स के द्वारान प्रभु भोज ले सकती हूँ?

आज समाज के अन्य धर्म के लोग माहवारी को किस नजरिये से देखते है उन्हें घर में कोई भी काम नही करने  देते उनके लिए सारी चीजें अलग रखी जाती अगर महिलाएं माहवारी के द्वारान अनजाने में छू भी लेती है  तो उस चीज को अशुद्ध माना जाता है 

तो क्या बाइबल माहवारी के समय विश्वासी महिलओं को हर एक चीज से दूर रहने के लिए कहती है ?
जवाब : बिल्कुल नही 

जब महिलाये को हर महीने पीरियड्स आती है तो पवित्र आत्मा दूर हो गए या यीशु मसीह हमारे शरीर से निकल गए क्या महिलओं को ये समझना चाहिए है ?

सब से पहले हमें समझना है कि हमारा विश्वास अन्य धर्मो की तरह सिमित नही है 

जब हम यीशु मसीह को अपना उधारकर्ता स्वीकार कर लेते है तो उसी वक्त हमारा शरीर परमेश्वर का पवित्र मन्दिर बन जाता है और पवित्र आत्मा हमारे अन्तर्निवास में बसा है उसे महिलाये माहवारी के समय कभी भी नही खो सकती है

 महिलाये माहवारी के समय कलीसिया, बाइबल अध्ययन, प्रार्थना और महिलओं के बीच प्रचार और  परमेश्वर से जुड़े अन्य काम कर सकती है ।इसमें कोई भी पाबन्दी नही है ।

कुछ महिलाएं पूछते है कि माहवारी के समय उपवास प्रार्थना कर सकती है ?
जवाब : हाँ कर सकती है 

लेकिन पीरियड्स के समय शरीर कमजोर हो जाता है और तो उस वक्त डॉक्टर की सलाह ले तो आपके सुरक्षा के लिए बेहतर होगा 

2.कुछ महिलाये माहवारी के समय अपना गुस्सा दुसरो पर उतारती है या भड़क जाती है लेकिन उस समय महिलायों को आत्मिक रीति से मजबूत रहना चाहिए है और अपने आप को आत्मसंयम रखे। और सारी चीजों को नियंत्रित करने के लिए हमे पवित्र आत्मा दिया है और माहवारी के समय अपने आप को कोषीय मत और कहीं अकेला जाना पसंद करते है तो अकेले रहे। और उस समय वचन पढ़े और प्रार्थना करें

हम सब इस संसार के कर्ज और हवा आदम के पाप के भागीदार है और परमेश्वर का वचन कहता है कि दर्द से बच्चें जनने का जो प्रतिक्रिया है जब एक लड़की में उस चीज की क्षमता आ जाती है तब उस दर्द को सहती है लेकिन अन्त के दिनों में (भविष्य में) ये सारी चीजें दूर हो जाएगी ।

माहवारी के समय जब ज्यादा दर्द होता है तो उस समय डॉक्टर की सलाह ले और मेडिकल से दवाइयों ले क्योंकि जो मनुष्य से अशम्भव है वो परमेश्वर से अशम्भव नही है इसलिए परमेश्वर ने हमें जो सारी चीजों की उपलब्धित  दिए है उस का उपयोग करे और प्रार्थना करे प्रभु उस समय उस दर्द को कम करने के लिए सहायता करेंगे ।

हमारा खुदा हमारे भवन में रहता है और हमारा शरीर परमेश्वर का पवित्र मन्दिर है तो बे फिकर परमेश्वर की महिमा करे।

क्या महिलाएं पिरिड्स के द्वारान प्रभु भोज ले सकती हूँ?
क्या लैव्यव्यवस्था 15:19-24 महिलाओं को प्रभु भोज में भाग लेने से रोकता है?

जवाब : हाँ ले सकती है भौतिक रूप से प्रभु भोज लेने की कोई दिक्कत नहीं है अगर अनुचित रीति से ले रही हैं ,तो वो हमें अनवार्थी बना सकती है
 
कुछ लोगों ने लैव्यव्यवस्था 15 : 19 को संकेत कर रहे है कि इस वचन के अनुसार महिलाएं अपवित्र  है और माहवारी के समय कलीसिया नही जा सकती आदि। और क्या उन्हें इस वजह से रोका जाना सही है ?

बाइबल में कही पर ऐसा नही लिखा है की महिलाये माहवारी के समय अपवित्र बन सकती है लैव्यव्यवस्था में 15:19 अशुद्ध के बारें में कहा गया न कि अपवित्र के बारें में कहा गया हैं लेकिन कुछ लोगों ने इस वचन को गलत संकेत किया है और गलतफहमी में डूब गए हैं।

वास्तिवक में इस वचन का सही संदर्भ क्या है और किसके लिए कहा गया है ?

लैव्यव्यवस्था 15 : 1-30 में चार प्रकार के शरीर की स्त्राव के बारें में कहा गया है सिर्फ महिलायों के लिए नही बल्कि पुरुषों के लिए भी कहा गया है अपवित्र के बारें में नही बल्कि अशुद्ध के बारें में कहा गया जो कि कुछ चीजें अशुद्ध बना सकती है 

लैव्यव्यवस्था 15 :1-30 चार प्रकार के शरीर की स्त्राव के बारें में कहा गया जो आप वचन पढ़ सकते है 👇👇
1.लैव्यव्यवस्था 15:2-15 पुरषों के बारें में 
2.लैव्यव्यवस्था 15:16-18 पुरुषों के स्वभाविक रूप के बारें में
3.लैव्यव्यवस्था 15:19-24 स्त्री के स्वभाविक रूप के बारें में 
4.लैव्यव्यवस्था 15:25-30 स्त्री के बारें में 

ये सिर्फ इस्राइल के प्रजा के लिए लिखा गया था अगर पुराने नियम को ध्यान से पढ़ते है तो परमेश्वर के भवन में सिर्फ महायाजको को जाने की अनुमति थी और वो  महायाजक कौन थे लेवी के गोत्र के थे साल में एक बार में सिर्फ लेवियों के घराने से महायाजकों को परमेश्वर के भवन में जाने के अनुमति दी जाती थी 

रोमियों 6:14 वचन कहता है कि हम व्यवस्था के अधीन नहीं वरण अनुग्रह के अधीन हो।

इब्रानियों 10:1 क्योंकि व्यवस्था, जिसमें आनेवाली अच्छी वस्तुओं का प्रतिबिम्ब है पर उनका असली स्वरूप नहीं, इसलिए उन एक ही प्रकार के बलिदानों के द्वारा जो प्रतिवर्ष अचूक चढ़ाए जाते हैं, पास आनेवालों को कदापि सिद्ध नही कर सकती।

जब प्रभु भोज लेने की बात करते है तो प्रभु भोज क्या है ?
एक कलीसिया एक शरीर है हम एक दूसरे को बड़ा छोटा नहीं देखते हम यीशु मसीह के भाग में एक अंग है अगर तुम कहोंगें की महिलाएं माहवारी के द्वारान प्रभु भोज नही ले सकती और तुम अशुद्ध हो तो वचन को किस प्रकार गलत संकेत कर रहे है और वापस से उस व्यवस्था को जिंदा कर रहे है 

इब्रानियों 10:19,20 
इसलिए हे भाइयो, जब हमें यीशु के लहू के द्वारा उस नए और जीवते मार्ग से पवित्र स्थान में प्रवेश करने का हियाव हो गया है, जो उसने परदे अर्थात् अपने शरीर में से होकर, हमारे लिए अभिषेक किया है 

हम उस नियम से बाहर आ गए है और मसीह के परिपूर्णता के उस लहू के उद्धार में आ गए है हमें उस पवित्र स्थान में जाने की अनुमति दी गई है तो उस समय ऐसा परिस्थिति था कि अशुद्ध होकर किसी चीज को छू नही सकते थे लेकिन इब्रानियों 10:19,20 वचन के  अनुसार वो पर्दा फट गया है 

तो क्या आज लैव्यव्यवस्था के व्यवस्था के अनुसार आज महिलायों को माहवारी के द्वारान प्रभु भोज लेने के लिए रोका जा सकता है ?

याकूब 2:10 क्योंकि जो कोई सारी व्यवस्था का पालन करता है परन्तु एक ही बात में चूक जाए तो वह सब बातों में दोषी ठहर चुका है 

तो बाइबल कहती है की अगर कोई भी पूराने नियम का पूरा नियम पालन करता है लेकिन एक भी नियम को तोड़ता है तो वह सारें नियम तोड़ने का दोषी बन जाता है

लेकिन आज क्या कह रहें है कुछ ईसाई जो विधि-सम्मत के अनुसार माहवारी के समय प्रभु भोज नही ले सकती? तो वो यह कह रहें है कि तुम पुराने नियम के सारे कानूनों को तोड़ दो और सिर्फ ये वाला नियम का पालन करो क्योंकि मुझे अच्छा लगता है कभी कभी ऐसे समय में समाज में पुरूष ईर्ष्या दिख जाता है

लेकिन बाइबल में यह रोग नए नियम में नही देती क्योंकि जिस प्रकार नए नियम में पुरुषों को उस पवित्र स्थान में प्रवेश कर चुका है मसीह के लहू के द्वारा (इब्रानियों 10:19,20) के अनुसार वैसे ही महिलाये भी उस पवित्र स्थान में प्रवेश कर चुकी है तो महिलाये माहवारी के समय में बे फिकर प्रभु भोज ले सकती है लेकिन प्रभु भोज अनुचित रीति से ले रही तो वो अलग कैटेगिरी है लेकिन माहवारी उसका सिमित नही है।

मरकुस 5:25-34 एक स्त्री के बारें में जो बाहर वर्ष से लहू बहने का रोग था।
पुराने नियम के लैव्यव्यवस्था के अनुसार यीशु मसीह भी उस समय वहाँ पर भी थे तो पुराने नियम का व्यवस्था उस वक्त भी लागू था वो महिला जो अशुद्ध थी जो पवित्र वस्तु को नही छू सकती थी लेकिन बात ये बनी मेरे प्रिय भाई बहनों की उस सच्चाई को यीशु मसीह ने कैसे बदला और यीशु मसीह ने उसे कुछ नहीं कहा

लेकिन पुराने नियम के लैव्यव्यवस्था के अनुसार उसने इस्त्राएल के पवित्र यीशु को छू लिया जो इस्राएल का अति पवित्र परमेश्वर है उस चीज को नहीं पर उस अति पवित्र परमेश्वर को छू लिया
क्या यीशु मसीह ने उसको डाँटा, चिल्लाया क्या यीशु मसीह ने यह कहाँ कि तुम पुराने नियम को तोड़ती हो तुमको दण्ड मिलेगा नहीं यीशु मसीह ने उस महिला को चंगाई दिया यही प्रमाण है इब्रानियों के किताब के अनुसार यीशु मसीह ने उस पवित्र स्थान का मार्ग खोल दिया है।


तो महिलाएं माहवारी के समय निश्चित रूप से प्रभु भोज ले सकती है और परमेश्वर से जुड़े हुए अन्य काम भी कर सकती है क्योंकि हमारा शरीर परमेश्वर का पवित्र मन्दिर है और पवित्र आत्मा हमारे भवन में रहते है ।


       -Video by Francis S
       - Tran-scripted by Sushma Gupta

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